Header Marquee

विद्यालय के पुस्तकालय में आप का स्वागत है {के० वि० सैंज कुल्लू हि० प्र०}

100 Days Reading Campaign

नई आगमन पुस्तकें

Friday 3 May 2024

वार्षिक निरीक्षण


 केंद्रीय विद्यालय एन एच पी सी सैंज कुल्लू का वार्षिक निरीक्षण श्री भूपेश भट्ट सहायक आयुक्त के वि स गुरुग्राम संभाग द्वारा संपन्न किया गया 



































पुस्तक समीक्षा

 

यदि आप सिर्फ वही किताबें पढ़ते हैं जो बाकी सभी पढ़ रहे हैं तो आप वही सोच पायेंगे जो बाकी सभी सोच रहे हैं.

 

शुभ प्रभात

आदरणीय प्राचार्या महोदया ,शिक्षक गण व् मेरे सहपाठियों मैं दीक्षिता  कक्षा चौथी की  छात्रा आप लोगों के समक्ष पुस्तक समीक्षा लेकर उपस्थित हुई हूँ  

मेरे पुस्तक का नाम : विक्रम और वेताल की सुप्रसिद्ध कहानियाँ।

स पुस्तक का प्रकाशन : शांति पब्लिकेशन दिल्ली द्वारा किया गया है

पुस्तक का मूल्य 30 रुपए है I इस पुस्तक में 4 कहानियां दी गई है

 

मुझे चार ब्राह्मण की कहानी बहुत अच्छी लगी एक बार एक ब्राहमण के चार पुत्र थे माता पिता के देहांत के बाद वह अनाथ हो गए चारो भाईयों को लगा अगर हमारे पास शिक्षा और ज्ञान होगा तो सभी हमारा अपमान नहीं करेगा I चारो भाई अलग दिशाओं में गए और ज्ञान प्राप्त किया I कुछ सालों बाद वह दोबारा एकत्रित हुए I सभी ने अपने ज्ञान जाँच करने का निश्चय किया I

वे जंगल गए वहां उन्होंने हड्डियों को एक साथ इक्कठा किया I पहले भाई ने मन्त्र जाप किया जिस से हड्डियों में मॉस चढ़ गया Iदुसरे भाई ने मन्त्र पढ़ा जिससे मांस पर त्वचा बन गई और बाल उग आए I तीसरे ने बाघ को आकर दे दिया और चौथे ने उसमे जान डाल दी I जीवित होते ही बाघ ने सभी को जीवित खा लिया

बेताल ने पूछा हे राजन ! किस भाई पर बाघ को बनाने का दोष दिया जाना चाहिए I राजा विक्रमादित्य ने उत्तर दिया जिसने बाघ के शरीर में जान डाल दी वही दोषी है I

कहानी में मुख्य पात्र राजा विक्रमादित्य हैं, जो अपनी वीरता, उदारता और न्याय के प्रति समर्पण के लिए प्रसिद्ध थे। किताब वेताल नाम की आत्मा के साथ उसकी कहानी बताती है जो उसे राजाओं, रानियों और जादुई भूमि की जादुई कहानियाँ सुनाती है। अंत में वह राजा से एक प्रश्न पूछता है।

इस कहानी का मुख्य विचार यह है कि कभी आशा न खोएं और तब तक प्रयास करते रहें जब तक आप सफल न हो जाएं।

कहानी का मेरा पसंदीदा भाग वेताल द्वारा प्रत्येक कहानी के बाद विक्रमादित्य से पूछा गया प्रश्न है।

यह पुस्तक सभी आयु वर्ग के लिए सर्वोत्तम है, मैं अपने साथियों से अनुरोध करता हूँ कि वह भी पुस्तकालय में उपलब्ध इन कहानियों को ज़रूर पढ़ें

धन्यवाद

दीक्षिता 

कक्षा -4







Monday 15 April 2024

हिमाचल दिवस

 

1 हिमाचल प्रदेश आज 76 साल का हो गया। 15 अप्रैल, 1948 के दिन यह राज्य अस्तित्व में आया था। इस वर्ष  राज्यस्तरीय समारोह हिमाचल दिवस का आयोजन रिज मैदान शिमला में होगा। इसमें राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। हर साल  15 अप्रैल को आयोजित किए जाने हिमाचल दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर  मुख्यमंत्री ही उपस्थित होते हैं, मगर इस बार लोकसभा चुनाव के मध्यनजर रखते हुए  आदर्श चुनाव आचार संहिता लगी हुई है। इसलिए इस बार राज्यस्तरीय समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल ही करेंगे। शिमला के  रिज मैदान पर यह समारोह 11 बजे होगा। इस अवसर पर सभी जिलों के लोक कलाकार भी रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देंगे। 


विद्यालय में भी इस दिवस पर प्रातः कालीन सभा में प्रभारी श्रीमती रेखा ने इस पर प्रकाश डाला तथा मास्टर अर्नब कक्षा छठी ने हिमाचली लोकगीत गा कर हिमाचल की संस्कृति के बारे में बताया 


Sunday 14 April 2024

आपदा प्रबंधन कार्यशाला

केंद्रीय विद्यालय सैंज कुल्लू  में 05 अप्रैल 2024 को  आपदा प्रबंधन कार्यशाला का आयोजन एन एच पी सी सैंज  के अग्निशमन विभाग द्वारा किया गया इस दौरान बच्चों को मॉक ड्रिल के जरिए आपदा जैसी विषम परिस्थितियों से निपटने के गुर सिखाए गए। कार्यशाला में विद्यालय  के कर्मचारियों  और सभी विद्यार्थियों ने आपदा प्रबंधन का सफल प्रदर्शन किया।

आपदा प्रबंधन की प्रभारी ने विद्यार्थियों को प्राकृतिक आपदा जैसे भूकंप, बाढ़, आंधी और मानव निर्मित आपदाओं से निपटने और लोगों की सहायता करने के तरीके बताए। विद्यार्थियों को बताया गया कि आपदा में भारी मात्रा में जान-माल का नुकसान भी हो सकता है। इन दुर्घटनाओं से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन की जानकारी होनी जरूरी है।


आपदा प्रबंधन से जुड़े लोग खास प्रशिक्षण की मदद से विकट परिस्थितियों से स्वयं को बचाते हुए जानमाल के नुकसान को कम कर सकते हैं। साथ ही वे पीड़ितों को समय पर सहायता पहुंचाने और स्थिति सामान्य बनाने का प्रयास करते हैं। मॉक ड्रिल में विद्यार्थियों को अग्निशामक दल, बचाव दल, प्राथमिक चिकित्सा दल, सहायता दल के रूप में बांटा गया और इसका सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया गया।

विद्यार्थियों को बताया गया कि आपदा आने की सूरत में आपातकालीन नंबरों पर संपर्क साधना चाहिए। साथ ही जितना हो खुद को आपदा स्थल से दूर रखा चाहिए। आपदा के दौरान जख्मी और हताहतों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया जाए, जिससे संभावित नुकसान को कम किया जाए। इसअवसर पर प्रभारी प्राचार्य श्री सुमन कुमार  और समस्त शिक्षक गण उपस्थित रहे।














 

Saturday 6 April 2024

पुस्त्कोपहार

 आज दिनांक 03-04-2024 को  केंद्रीय विद्यालय एन एच पी सी सैंज ने पुस्त्कोपहार प्रातः  कालीन सभा में  बड़े ही धूमधाम से मनाया गया ।

केंद्रीय विद्यालय एन एच पी सी सैंज में   पुस्तकोपहार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें बच्चों ने  पुरानी पुस्तकों को जमा किया गया तथा ज़रूरतमंद छात्रों को प्राचार्या द्वारा दिया गया 

केंद्रीय विद्यालय संगठन पठन-पाठन के साथ पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। खासकर बच्चों को कागज का दुरुपयोग रोकने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। इसी कड़ी में पुरानी पुस्तकों के प्रयोग को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रातः कालीन सभा में कार्तिक कक्षा नवीं  ने पुस्तकोपहार पर अपने विचार रखे और विस्तार से यह भी बताया कि पुस्तकोपहार केंद्रीय विद्यालय की पुस्तकोंपहार योजना निश्शुल्क है जिसका उद्देश्य अधिक से अधिक पेड़ों को कटने से बचाना है, क्योंकि कागज पेड़ों से ही बनते हैं। एक पेड़ से 16.67 कागज के रीम बनते हैं और एक रीम में 500 शीट्स होते हैं, तो एक पेड़ से 8,335 शीट्स कागज बनता हैं।

प्राचार्या श्रीमती विनीता परशीरा ने बच्चों को पुस्तकोपहार में पर्यावरण संरक्षण एवं पेड़ों को कटने से बचाने के लिए छात्रों को आगे आने का आवाहन  किया I
















 






















वार्षिक निरीक्षण

 केंद्रीय विद्यालय एन एच पी सी सैंज कुल्लू का वार्षिक निरीक्षण श्री भूपेश भट्ट सहायक आयुक्त के वि स गुरुग्राम संभाग द्वारा संपन्न किया गया